*अपमान करना किसी के*
*स्वभाव में हो सकता है,*
*पर सम्मान करना*
*हमारे संस्कार में होना चाहिए.!!"*
*स्वभाव में हो सकता है,*
*पर सम्मान करना*
*हमारे संस्कार में होना चाहिए.!!"*
*जिंदगी में इतनी शिद्दत से निभाओ अपना किरदार,*
*कि परदा गिरने के बाद भी तालीयाँ बजती रहे।।.."*
#GuruGyan
*कि परदा गिरने के बाद भी तालीयाँ बजती रहे।।.."*
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